उल्लू का नाम तो सभी ने सुना होगा। क्या आप भी उल्लू को बेवकूफ समझते हो ? यदि हाँ, तो बहुत बड़ी भूल कर रहे हो यह जितना डरावना होता है उतना ही बुद्धिमान भी होता है ….उल्लू एक चंट पक्षी है… क्या आपको उल्लू की कीमत का अंदाजा है ? या फिर उल्लू का उपयोग कहाँ-कहाँ होता है ? नही ना… तो चलिए आज जानते है उल्लू के बारे में और जानकारी….
उल्लू का use दीवाली के दिन तांत्रिक तंत्र-मंत्र के काम में लेने के लिए करते है जिस वजह से दिवाली के दिन उल्लुओ की मांग बढ़ जाती है। हालांकि भारत के वन अधिनियम के तहत उल्लूओं का शिकार करना दंडनीय अपराध माना जाता है। परन्तु इसके बावजूद इसके कई जगह गैर-कानूनी तरीके से उल्लूओं की खरीद-फरोख्त की जाती है। अगर आप धार्मिक दृष्टि से गौर करें तो दीवाली धन की देवी लक्ष्मी का त्योहार होता है और उल्लू को उनकी सवारी माना गया है। इसलिए दीवाली की रात में उल्लूओं के देखने को शुभ माना जाता है।
उल्लू के दर्शन को माना गया है शुभ-
उल्लू को मां लक्ष्मी की सवारी माना जाता है। लेकिन उल्लू को देखना बहुत कम लोगों को नसीब होता है। इसका कारण यह भी है कि उल्लू केवल रात को ही दिखाई देता है। शास्त्रों के अनुसार उल्लू एक अशुभ जीव भी माना गया है। लेकिन यही उल्लू अगर आपको दिवाली के दिन दिख जाए तो समझ लीजिए मां लक्ष्मी स्वयं उल्लू पर बैठ कर आपके घर आई हैं।
1. उल्लू एक ऐसा पक्षी है जिसे सिर्फ रात में अधिक clear दिखाई देता है। इसके कान बेहद संवेदनशील होते हैं। रात में जब इसका कोई शिकार (जानवर) थोड़ी सी भी हरकत करता है तो इसे पता चल जाता है और यह उसे दबोच लेता हैl
2. उल्लू को मां लक्ष्मी का वाहन माना जाता है लेकिन बहुत कम लोगों को उल्लू देखना नसीब होता है। हिन्दू संस्कृति में माना जाता है कि उल्लू समृद्धि और धन लाता है। डरावने दिखने के कारण कुछ लोग उल्लू से डरते भी हैं।
3. आमतौर पर 300 से 500 रुपए में मिलने वाले उल्लू का दाम दीपावली के वक्त 20 गुना बढ़ जाता है। दीपावली के समय उल्लू की कीमत 2000 से 6000 हजार रुपए की हो जाती है।
4. उल्लू का शरीर मारने के बाद भी आसानी से ख़त्म नहीं होता। इसका जीत जगता प्रमाण है की उल्लू के जीवाश्म इस धरती पर 6 करोड़ साल पुराने पाए गए हैं।
5. आपको जानकर हैरानी होगी की उल्लू उड़ने के दौरान लगभग कोई शोर नहीं करता है, यहां तक कि कई माइक्रोफोन वाले camera से परीक्षण किए जाने पर भी कोई उल्लू की उड़ान की दौरान कोई शोर नहीं सुनाई दिया है।
6. एक उल्लू की तीन पलकें होती हैं: एक पलक को झपकाने के लिए, एक नींद के लिए और एक आंख को साफ और स्वस्थ रखने के लिए।
7. उल्लू अपनी सिर और गर्दन को 270 डिग्री तक घुमा सकता हैं। यानी अपने शिकार को उल्लू बिना अपने शरीर को घुमाए सिर्फ गर्दन घुमा कर भी देख सकता है।
8. ऐसा माना जाता है की यदि कोई उल्लू किसी के घर पर बैठना प्रारंभ कर दे, तो वह घर शीघ्र ही उजड़ सकता है और उस घर के मालिक पर कोई विपत्ति आने की संभावना बढ़ जाती है।
9. अगर किसी घर के दरवाजे पर उल्लू तीन दिन तक लगातार रोता है, तो उसके घर में चोरी अथवा डकैती होने की संभावना अधिक रहती है। अथवा उसे किसी न किसी रूप में धन की हानि अवश्य होती है।
10. अगर यात्रा पर जाते समय उल्लू आपके पीछे-पीछे चल रहा है तो यात्रा शुभ और सफल होती है लेकिन यात्रा पर निकलते समय उल्लू यदि दाईं ओर से आता दिखाई दे तो यह यात्रा विफल होने का सूचक है।
11. उल्लू 1 साल में 1000 से भी ज्यादा चूहे खा जाते हैं, इसलिए कई किसान अपने खेतों से चूहों की संख्या कम करने के लिए उल्लुओं को पालते हैं।
12. उल्लू पहले अपने ताकतवर बच्चो को खाना खिलाता है बाद में कमज़ोर बच्चो को।
13. दक्षिण अफ्रीका में उल्लू की आवाज को मृत्युसूचक कहा जाता है। चीन में उल्लू दिखाई देने पर पड़ोसी की मृत्यु का सूचक मानते हैं।